तेलंगाना, भारत का एक समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक राज्य, पर्यटन के लिए कई अनूठे अनुभव प्रदान करता है। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक किले, मंदिर, और आधुनिक आकर्षण जैसे रामोजी फिल्म सिटी इसे पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य बनाते हैं। हैदराबाद का चारमीनार, गोलकुंडा किला, और वारंगल के प्राचीन स्थल तेलंगाना की समृद्ध धरोहर को प्रदर्शित करते हैं। राज्य का विविध खानपान और रंगीन त्योहार इसे एक यादगार यात्रा अनुभव में बदल देते हैं।
तेलंगाना, भारत का सबसे नया राज्य, 2 जून 2014 को गठित हुआ। यह राज्य 112,077 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है और भारत के दक्षिणी हिस्से में स्थित है। इसकी राजधानी हैदराबाद है, जो अपने ऐतिहासिक स्थलों, आईटी हब, और सांस्कृतिक विविधता के लिए प्रसिद्ध है।
तेलंगाना के प्रमुख पर्यटन स्थलों में चारमीनार, गोलकोंडा किला, रामप्पा मंदिर, वारंगल का किला, और हुसैन सागर झील शामिल हैं। चारमीनार, हैदराबाद का प्रतीक, राज्य की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को दर्शाता है। गोलकोंडा किला, अपने अद्भुत ध्वनिक गुणों और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। रामप्पा मंदिर, जो यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है, अपनी सुंदर नक्काशी और वास्तुकला के लिए जाना जाता है।
तेलंगाना की सांस्कृतिक धरोहर इसके प्रमुख त्योहारों और परंपराओं में झलकती है। यहाँ के प्रमुख त्योहारों में बथुकम्मा, बोनालु, दशहरा, और ईद शामिल हैं। बथुकम्मा, राज्य का सांस्कृतिक पर्व, महिलाओं द्वारा मनाया जाता है और इसमें फूलों की रंगीन सजावट की जाती है।
तेलंगाना का पारंपरिक भोजन, जैसे हैदराबादी बिरयानी, डबल का मीठा, और सरवा पोटलू, अपने अद्वितीय स्वाद और मसालों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के हस्तशिल्प, जैसे पेचवर्क और बंजारा कढ़ाई, पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं।
तेलंगाना में कई राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य भी हैं, जैसे कावल टाइगर रिज़र्व और नागार्जुनसागर-स्रीसैलम टाइगर रिज़र्व। राज्य की यात्रा के लिए अक्टूबर से फरवरी का समय सबसे उपयुक्त है, जब मौसम ठंडा और सुहावना होता है।