भारत की 10 प्रमुख थालियाँ जो हर भारतीय को जरूर चखनी चाहिए
भारतीय खाना अपने स्वाद के कारण दुनियाभर में लोकप्रिय है। भारत की थालियाँ विविधता और स्वाद का अनूठा संगम प्रस्तुत करती हैं। भारत में अलग-अलग राज्यों की बात करें तो हर क्षेत्र का भोजन दूसरे राज्य के स्वाद में काफी भिन्न होता है, पर फिर भी वह आपको लुभाता है। किसी भी अलग राज्य का दौरा करते वक्त एक चीज जो हमें सबसे ज्यादा प्रभावित करती है, वह है वहां की प्रमुख भारतीय थालियाँ जिन्हें अक्सर लोग आजमाना पसंद करते हैं। एक थाली में आपको वहां के सभी स्वादिष्ट क्षेत्रीय व्यंजन देखने को मिलते हैं। खाना वहां के कल्चर को भी दर्शाता है। हर क्षेत्र की थाली का अपना प्रभाव होता है, इसके अलावा एक थाली में परोसे जाने वाले व्यंजनों को देखकर उनकी खाना पकाने की तकनीक का भी पता चलता है।
इन थालियों को लोग अक्सर पारंपरिक दावतों और त्योहारों में भी परोसते हैं। एक विशिष्ट थाली में उस क्षेत्र के सभी लोकप्रिय व्यंजन होते हैं, जिनमें स्नैक्स से लेकर मिठाई तक को शामिल किया जाता है, ताकि खाना खाने वाले के अनुभव को बेहतरीन बनाया जा सके। भारत की हर थाली अपनी विशेषता और विविधता के कारण खास होती है। आज इस आर्टिकल में हम भारत के कुछ राज्यों की पारंपरिक थाली की बात करने जा रहे हैं। तो बिना किसी देरी के इनके बारे में जानते हैं:
1. राजस्थानी थाली
राजस्थानी थाली एक रंगीन और समृद्ध व्यंजन है, जो अपने तीखे और मसालेदार खाने के लिए प्रसिद्ध है। इस थाली में आमतौर पर दाल बाटी चूरमा, गट्टे की सब्जी, केर सांगरी, बाजरे की रोटी, पापड़, और चास शामिल होते हैं। दाल बाटी चूरमा थाली का मुख्य आकर्षण है, जिसमें बाटी को दाल में डुबोकर और चूरमा के साथ खाया जाता है।
2. पंजाबी थाली
पंजाबी थाली में ताजगी और समृद्धि का मेल होता है। इसमें मक्खन और क्रीम का भरपूर उपयोग किया जाता है। आमतौर पर इसमें मक्के दी रोटी, सरसों दा साग, पनीर मखनी, छोले, दाल मखनी, रायता, और तंदूरी रोटी शामिल होते हैं। मिठाई में गुलाब जामुन या फिर लस्सी को परोसा जाता है।
3. गुजराती थाली
गुजराती थाली अपने मिठास और मसालों के संतुलन के लिए प्रसिद्ध है। इसमें ढोकला, खांडवी, फाफड़ा, हांडवा, अंडरस, रोटला, और कढ़ी शामिल होते हैं। गुजराती थाली में आमतौर पर खाने के साथ-साथ कई प्रकार के अचार और चटनी भी परोसे जाते हैं। मिठाई के रूप में श्रीखंड या मोहनथाल मिलता है।
4. बंगाली थाली
बंगाली थाली मछली और मिठाइयों के लिए जानी जाती है। इसमें माछेर झोल (मछली करी), आलू पोस्तो, शुक्तो, चोलार दाल, और बेगुन भाजा शामिल होते हैं। मिठाइयों में रसगुल्ला, संदेश, और मिष्ठी दोई परोसे जाते हैं। बंगाली थाली में सरसों के तेल और पंच फोरन का विशेष उपयोग होता है।
5. दक्षिण भारतीय थाली
दक्षिण भारतीय थाली में चावल और नारियल का विशेष स्थान होता है। इस थाली में इडली, डोसा, वड़ा, सांभर, रसम, नारियल चटनी, और पायसम शामिल होते हैं। दक्षिण भारतीय थाली में केले के पत्ते पर परोसने की परंपरा है, जो खाने का स्वाद और अनुभव दोनों बढ़ा देती है।
6. महाराष्ट्रियन थाली
महाराष्ट्रियन थाली में कोल्हापुरी मटन, वरण भात, पूरण पोली, भाकरी, ठेचा, और पिठला शामिल होते हैं। इस थाली में मिर्च और मसालों का खूब उपयोग होता है, जिससे खाना तीखा और चटपटा बनता है। मिठाई के रूप में श्रीखंड या आम्रखंड मिलता है।
7. केरल थाली (साद्य)
केरल की साद्य थाली को ओणम और विशेष अवसरों पर परोसा जाता है। इसमें विभिन्न प्रकार के व्यंजन शामिल होते हैं जैसे अवियल, थोरन, कालन, ओलन, एरिसेरी, और पुलिशेरी। इस थाली में चावल, पापड़म, और विभिन्न प्रकार की चटनी भी होते हैं। मिठाई के रूप में पायसम परोसा जाता है।
8. तमिलनाडु थाली
तमिलनाडु थाली में सांभर, रसम, कूटू, पोडिमास, और अलग-अलग प्रकार की करी शामिल होते हैं। इस थाली में चावल का प्रमुख स्थान होता है और यह आमतौर पर केले के पत्ते पर परोसी जाती है। मिठाई में पायसम और लड्डू शामिल होते हैं।
9. कश्मीरी थाली (वाजवान)
कश्मीरी थाली, जिसे वाजवान कहा जाता है, में मीट का प्रमुख स्थान होता है। इसमें रोगन जोश, यखनी, रिस्ता, गुसताबा, और दम आलू शामिल होते हैं। कश्मीरी भोजन में केसर और सूखे मेवों का भरपूर उपयोग होता है। मिठाई के रूप में फीरनी या शीर कुर्मा मिलती है।
10. उत्तर प्रदेशी थाली
उत्तर प्रदेश की थाली में नॉर्थ इंडियन खाने का बेहतरीन संग्रह होता है। इसमें कचौरी, आलू की सब्जी, पूरी, पालक पनीर, दाल तड़का, और छाछ शामिल होते हैं। मिठाई के रूप में बालूशाही या पेड़ा मिलता है।
Tue, 28 May 2024 12:44 AM