बिहार भारत का एक ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण राज्य है। यह बौद्ध धर्म का जन्मस्थल है और बोधगया में महाबोधि मंदिर जैसे प्रमुख स्थल यहां स्थित हैं। नालंदा विश्वविद्यालय और राजगीर के प्राचीन खंडहर राज्य की गौरवशाली विरासत का प्रतीक हैं। वैशाली जैन धर्म का पवित्र स्थल है। बिहार का पर्यटन संस्कृति, इतिहास, और धर्म का अद्वितीय मिश्रण प्रस्तुत करता है।
बिहार, भारत का एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध राज्य है, जो अपनी धार्मिक स्थलों, प्राचीन धरोहरों, और विविध परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है। यह राज्य 94,163 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है और इसकी राजधानी पटना है। गंगा नदी राज्य के मध्य से बहती है, जो इसे कृषि और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बनाती है।
बिहार के प्रमुख पर्यटन स्थलों में बोधगया, नालंदा, राजगीर, और वैशाली शामिल हैं। बोधगया, जहां गौतम बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था, बौद्ध धर्म का सबसे पवित्र स्थल है। नालंदा विश्वविद्यालय, प्राचीन भारत का शिक्षा का केंद्र, यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है। राजगीर अपनी पहाड़ियों और गर्म जल कुंडों के लिए प्रसिद्ध है। वैशाली, जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर की जन्मभूमि है।
बिहार अपनी सांस्कृतिक धरोहर और त्योहारों के लिए भी जाना जाता है। यहाँ के प्रमुख त्योहारों में छठ पूजा, जो सूर्य देवता की उपासना का पर्व है, और मकर संक्रांति, दशहरा, और होली शामिल हैं। छठ पूजा राज्य की सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है।
बिहार का पारंपरिक भोजन, जैसे लिट्टी-चोखा, सत्तू पराठा, और खीर मखाना, अपने अनोखे स्वाद के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के हस्तशिल्प, जैसे मधुबनी पेंटिंग, और सूती वस्त्र पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं।
बिहार में पर्यावरण और धार्मिक पर्यटन का अनोखा संगम देखने को मिलता है। यह राज्य भारत के इतिहास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए भी जाना जाता है, जैसे मौर्य और गुप्त साम्राज्य की स्थापना। बिहार की यात्रा के लिए अक्टूबर से मार्च का समय सबसे अनुकूल है।
यह राज्य अपनी धार्मिक स्थलों, प्राचीन विश्वविद्यालयों, और सांस्कृतिक धरोहरों के लिए भारतीय और विदेशी पर्यटकों का प्रमुख गंतव्य है।