दिल्ली के पास ट्रैकिंग स्थल: ट्रैकिंग करने की हो रही है प्लानिंग, तो जाएँ इन ट्रैकिंग के लिए फेमस जगहों पर
दिल्ली के आसपास की प्राकृतिक सुंदरता और रोमांचक ट्रैकिंग ट्रेल्स के लिए काफी प्रसिद्ध हैं। अगर आप दिल्ली से ट्रैकिंग की योजना बना रहे हैं, तो उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश की ये प्रसिद्ध जगहें आपके एडवेंचर को यादगार बना सकती हैं। यहां हम आपको कुछ सबसे बेहतरीन ट्रैकिंग स्थलों के बारे में बता रहे हैं जहां आप प्रकृति का आनंद लेते हुए ट्रैकिंग कर सकते हैं।
1. नाग टिब्बा ट्रैक (उत्तराखंड)
उत्तराखंड में स्थित नाग टिब्बा ट्रैक, दिल्ली से ट्रैकिंग के लिए एक बेहतरीन और सरल विकल्प है। यह ट्रैक देहरादून के पास मसूरी से करीब 60 किमी की दूरी पर स्थित है। नाग टिब्बा की ऊंचाई लगभग 9,915 फीट है, जो शुरुआती ट्रैकर्स के लिए एक अच्छा विकल्प है। इस ट्रैक की खास बात यह है कि यहां से हिमालय की ऊँचाइयों का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है। यह ट्रैक 2 दिन में पूरा किया जा सकता है और प्रकृति के प्रेमियों के लिए एक स्वर्ग जैसा अनुभव प्रदान करता है। उत्तराखंड ट्रैकिंग के शौकीनों के लिए नाग टिब्बा एक शानदार जगह है जहां शांति और रोमांच दोनों का आनंद लिया जा सकता है।
2. त्रियुंड ट्रैक (हिमाचल प्रदेश)
हिमाचल ट्रैकिंग की बात हो और त्रियुंड ट्रैक का नाम न लिया जाए, ऐसा संभव नहीं है। त्रियुंड, धर्मशाला के पास स्थित एक लोकप्रिय ट्रैकिंग स्थल है। यह ट्रैक 9 किमी लंबा है और इसका अंत त्रियुंड टॉप पर होता है, जो 9,432 फीट की ऊंचाई पर है। इस ट्रैक से धौलाधार पर्वतमाला और कांगड़ा घाटी के अद्भुत दृश्य देखे जा सकते हैं। यह ट्रैक आसान से मध्यम स्तर का है, जो इसे शुरुआती और अनुभवी ट्रैकर्स दोनों के लिए एक अच्छा विकल्प बनाता है। अगर आप एक दिन की ट्रैकिंग के बाद कैम्पिंग का भी आनंद लेना चाहते हैं, तो त्रियुंड इसका बेहतरीन मौका प्रदान करता है। दिल्ली से करीब 500 किमी दूर, यह स्थान सप्ताहांत पर जाने के लिए एक परफेक्ट एडवेंचर है।
3. चोपता-तुंगनाथ-चंद्रशिला ट्रैक (उत्तराखंड)
चोपता-तुंगनाथ-चंद्रशिला ट्रैक दिल्ली के पास ट्रैकिंग के सबसे प्रसिद्ध स्थानों में से एक है। यह ट्रैक उत्तराखंड में केदारनाथ वाइल्डलाइफ सेंचुरी के पास स्थित है। इस ट्रैक की खास बात यह है कि यह तीन अलग-अलग डेस्टिनेशंस - चोपता, तुंगनाथ और चंद्रशिला - को कवर करता है। तुंगनाथ मंदिर दुनिया का सबसे ऊंचा शिव मंदिर है, जो लगभग 12,073 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। चंद्रशिला से नंदा देवी, त्रिशूल और चौखंबा पर्वतों का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है। यह ट्रैक कठिनाई के हिसाब से मध्यम है और शारीरिक रूप से थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है। यदि आप एडवेंचर के साथ धार्मिक यात्रा भी करना चाहते हैं, तो यह ट्रैक आपके लिए परफेक्ट है।
4. भ्रामताल ट्रैक (उत्तराखंड)
ट्रैकिंग स्थल दिल्ली से कुछ ही दूरी पर स्थित भ्रामताल ट्रैक अपने अद्वितीय नजारों और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। यह ट्रैक उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में स्थित है और यह 12,000 फीट की ऊंचाई तक जाता है। सर्दियों में बर्फ से ढकी हुई ट्रेल्स इस ट्रैक को खास बनाती हैं। यह 6 दिन का लंबा ट्रैक है, जो शुरुआती से मध्यम स्तर के ट्रैकर्स के लिए उपयुक्त है। भ्रामताल झील के पास कैम्पिंग का अनुभव आपको प्रकृति की गोद में होने का अहसास दिलाता है। यहां से त्रिशूल और नंदा घुंटी के नजारे देखने को मिलते हैं, जो आपके सफर को यादगार बनाते हैं। यह स्थान उन ट्रैकर्स के लिए एकदम सही है जो एक लंबी ट्रैकिंग का अनुभव लेना चाहते हैं।
5. किन्नर कैलाश ट्रैक (हिमाचल प्रदेश)
हिमाचल ट्रैकिंग में किन्नर कैलाश ट्रैक एक पवित्र और धार्मिक महत्व का स्थल है। यह ट्रैक हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में स्थित है और इसे महादेव का निवास स्थान माना जाता है। इस ट्रैक की ऊंचाई लगभग 17,000 फीट तक जाती है और यह ट्रैकर्स के लिए काफी चुनौतीपूर्ण माना जाता है। किन्नर कैलाश ट्रैक से सतलुज नदी और चारों ओर फैली पर्वत श्रृंखलाओं का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है। इस ट्रैक की सबसे खास बात यह है कि यहां एक 79 फीट ऊंचा शिवलिंग है, जो साल में एक बार अपनी दिशा बदलता है। धार्मिक ट्रैकिंग के शौकीनों के लिए किन्नर कैलाश एक पवित्र स्थान है, जो शांति और आध्यात्मिकता के साथ रोमांच भी प्रदान करता है।
6. बेदनी बुग्याल ट्रैक (उत्तराखंड)
उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित बेदनी बुग्याल उत्तराखंड ट्रैकिंग के सबसे सुंदर और आकर्षक स्थानों में से एक है। यह जगह अपने विशाल हरे-भरे घास के मैदानों के लिए प्रसिद्ध है, जो मानसून और गर्मियों के मौसम में खास तौर पर बेहद खूबसूरत नजर आते हैं। बेदनी बुग्याल ट्रैक 11,686 फीट की ऊंचाई पर है और यह ट्रैक मध्यम कठिनाई का है। इस ट्रैक के रास्ते में आप प्राकृतिक सौंदर्य, जंगलों और नदियों का अद्भुत दृश्य देख सकते हैं। यह ट्रैक उन लोगों के लिए एकदम सही है जो अपने ट्रैकिंग अनुभव में प्राकृतिक खूबसूरती और हरियाली का आनंद लेना चाहते हैं। यहां कैम्पिंग करने का अनुभव अविस्मरणीय होता है, खासकर उन लोगों के लिए जो शांति और सुकून की तलाश में होते हैं।
7. हर की दून ट्रैक (उत्तराखंड)
हर की दून ट्रैक उत्तराखंड के सबसे लोकप्रिय और खूबसूरत ट्रैकिंग स्थलों में से एक है। यह ट्रैक गढ़वाल क्षेत्र में स्थित है और इसे स्वर्गारोहिणी पर्वत श्रृंखला का हिस्सा माना जाता है। हर की दून की घाटी को "भगवान का घर" भी कहा जाता है, क्योंकि यहां की प्राकृतिक सुंदरता अद्वितीय है। इस ट्रैक की ऊंचाई 11,768 फीट तक जाती है और इसे पूरा करने में लगभग 5-7 दिन लगते हैं। रास्ते में आप हरे-भरे जंगल, नदियाँ और पारंपरिक गाँवों का अनुभव कर सकते हैं। यह ट्रैक मध्यम कठिनाई का है और इसे प्रकृति प्रेमियों और एडवेंचर के शौकीनों के लिए एक परफेक्ट विकल्प माना जाता है।
8. रूपकुंड ट्रैक (उत्तराखंड)
रूपकुंड ट्रैक को रहस्यमयी और ऐतिहासिक ट्रैक के रूप में जाना जाता है। यह ट्रैक उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है और इसे "सकलेटन लेक" के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यहाँ प्राचीन मानव कंकाल मिले हैं। यह ट्रैक 16,000 फीट की ऊंचाई तक जाता है और इसे चुनौतीपूर्ण ट्रैक माना जाता है। इस ट्रैक पर बर्फ से ढके पहाड़ों, ग्लेशियरों और हरे-भरे बुग्यालों का अद्भुत दृश्य देखने को मिलता है। रूपकुंड ट्रैक के दौरान आप नंदा देवी और त्रिशूल पर्वतों के सुंदर नजारे भी देख सकते हैं। यह ट्रैक अनुभवी ट्रैकर्स के लिए एक रोमांचक अनुभव प्रदान करता है और इसे पूरा करने में लगभग 7-9 दिन लगते हैं।
9. देवरिया ताल ट्रैक (उत्तराखंड)
देवरिया ताल ट्रैक उत्तराखंड के सबसे सुंदर ट्रैकिंग स्थलों में से एक है, जो चोपता के पास स्थित है। देवरिया ताल एक शांत झील है, जो चारों ओर से बर्फ से ढके पहाड़ों से घिरी हुई है। इस ट्रैक की ऊंचाई लगभग 8,000 फीट है और इसे शुरुआती ट्रैकर्स के लिए एक आदर्श विकल्प माना जाता है। यह ट्रैक बेहद आसान है और इसे पूरा करने में केवल 1-2 दिन का समय लगता है। यहां से चौखंबा, केदारनाथ और अन्य हिमालयी चोटियों का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है। यह ट्रैकिंग उन लोगों के लिए बेहतरीन है जो कम समय में ट्रैकिंग और प्रकृति का आनंद लेना चाहते हैं।
10. केदारकंठ ट्रैक (उत्तराखंड)
केदारकंठ ट्रैक उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में स्थित एक प्रसिद्ध ट्रैकिंग स्थल है। यह ट्रैक 12,500 फीट की ऊंचाई तक जाता है और सर्दियों में बर्फ से ढके होने के कारण यह बेहद लोकप्रिय है। केदारकंठ ट्रैक सर्दियों में बर्फीली ट्रेल्स के लिए खास जाना जाता है और यह ट्रैकर्स के लिए एक रोमांचक अनुभव प्रदान करता है। इस ट्रैक से आप हिमालय की चोटियों का 360 डिग्री नजारा देख सकते हैं। इस ट्रैक को मध्यम कठिनाई का माना जाता है और इसे पूरा करने में लगभग 4-6 दिन का समय लगता है। यह ट्रैक उन लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है जो सर्दियों में बर्फीली ट्रैकिंग का आनंद लेना चाहते हैं।
11. हिमरी गढ़ ट्रैक (हिमाचल प्रदेश)
हिमाचल ट्रैकिंग के प्रेमियों के लिए हिमरी गढ़ ट्रैक एक रोमांचक विकल्प है। यह ट्रैक शिमला के पास स्थित है और इसकी ऊंचाई 10,000 फीट तक जाती है। यह ट्रैक एक दिन में पूरा किया जा सकता है और इसे शुरुआती ट्रैकर्स के लिए एक बेहतरीन विकल्प माना जाता है। हिमरी गढ़ से शिमला और आसपास के पर्वतों के अद्भुत दृश्य देखने को मिलते हैं। यह ट्रैक खासकर सर्दियों के मौसम में बेहद खूबसूरत नजर आता है, जब यह पूरा इलाका बर्फ से ढक जाता है। यदि आप एक दिन की रोमांचक ट्रैकिंग का अनुभव लेना चाहते हैं तो हिमरी गढ़ आपके लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन हो सकता है।
12. बेयर ताल ट्रैक (उत्तराखंड)
उत्तराखंड में स्थित बेयर ताल ट्रैक दिल्ली से ट्रैकिंग के लिए एक और रोमांचक विकल्प है। यह ट्रैक नैनीताल के पास स्थित है और इसे मध्यम कठिनाई का ट्रैक माना जाता है। बेयर ताल एक खूबसूरत झील है, जो जंगलों और पहाड़ों से घिरी हुई है। इस ट्रैक की खास बात यह है कि यह आपको शांत और सुकून भरे वातावरण में प्रकृति के करीब लाता है। यहां की हरी-भरी वादियां और साफ नीला आसमान आपको शांति का अनुभव कराते हैं। ट्रैकिंग के दौरान आप विभिन्न पक्षियों और वन्य जीवों को भी देख सकते हैं। यह ट्रैक उन लोगों के लिए एकदम सही है जो नैनीताल के आस-पास एक छोटी लेकिन खूबसूरत ट्रैकिंग का अनुभव लेना चाहते हैं।
13. खीरगंगा ट्रैक (हिमाचल प्रदेश)
हिमाचल ट्रैकिंग की सूची में खीरगंगा ट्रैक एक लोकप्रिय ट्रैकिंग डेस्टिनेशन है, जो पार्वती घाटी में स्थित है। यह ट्रैक मणिकरण के पास से शुरू होता है और लगभग 12 किमी लंबा है। खीरगंगा की ऊंचाई लगभग 9,700 फीट है और यहां से पार्वती घाटी का अद्भुत नजारा देखा जा सकता है। इस ट्रैक की खास बात यह है कि यहां गर्म पानी के झरने हैं, जहां ट्रैकिंग के बाद आप रिलैक्स कर सकते हैं। खीरगंगा ट्रैक एक आसान से मध्यम स्तर का ट्रैक है, जो शुरुआती ट्रैकर्स और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। अगर आप एक दिन की ट्रैकिंग के साथ प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेना चाहते हैं तो खीरगंगा ट्रैक जरूर करें।
Tue, 10 Sep 2024 03:58 PM