मेघालय के प्रसिद्ध हिल स्टेशन: हरियाली से भरपूर पहाड़, झरने, शांत झीलें और अनोखी प्राकृतिक सुंदरता जो इसे एक परफेक्ट पर्यटन स्थल बनाते हैं।
मेघालय में कई खूबसूरत हिल स्टेशन हैं, जिनमें शिलांग, चेरापूंजी, मौलिननोंग, डॉकी और जकरेम हॉट स्प्रिंग्स प्रमुख आकर्षण हैं। यह राज्य अपनी हरियाली, झरनों और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है।

पूर्वोत्तर भारत का रत्न कहे जाने वाला मेघालय, प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। जब भी हिल स्टेशनों की बात होती है, तो लोग अक्सर उत्तर भारत के पहाड़ों को याद करते हैं, लेकिन मेघालय हिल स्टेशन की बात ही कुछ और है। यहां की हरियाली, झरनों की झनकार, बादलों की गोद में लिपटी वादियाँ और अनोखे लिविंग रूट ब्रिज जैसे अजूबे इसे खास बना देते हैं। इस लेख में हम आपको शिलांग, चेरापूंजी, मौलिननोंग, डॉकी और जकरेम हॉट स्प्रिंग्स जैसे प्रमुख स्थलों की सैर कराएंगे। अगर आप शांति, प्रकृति और संस्कृति से जुड़ना चाहते हैं, तो ये स्थल आपकी अगली यात्रा की योजना में जरूर होने चाहिए। अब चलिए विस्तार से जानते हैं मेघालय के इन अनुपम स्थलों की कहानी।
शिलांग: मेघालय की राजधानी और पूर्वोत्तर की रानी
शिलांग, जिसे 'पूर्व का स्कॉटलैंड' भी कहा जाता है, मेघालय हिल स्टेशन का सबसे प्रमुख केंद्र है। यह स्थान बादलों से ढका रहता है और हर मौसम में एक नई छटा बिखेरता है। शिलांग पीक से शहर का विहंगम दृश्य मंत्रमुग्ध कर देता है। वहीं, एलिफैंट फॉल्स की गर्जना सुनकर रोमांच पैदा होता है। यहाँ की सड़कों पर चलते हुए, बांस के झुरमुटों और पाइनों के झुंड से गुजरते हुए पर्यटक एक अलग ही अनुभव पाते हैं।
स्थान: पूर्वी खासी हिल्स
मुख्य आकर्षण: शिलांग पीक, एलिफैंट फॉल्स, वार्ड्स लेक, पोलो ग्राउंड
चेरापूंजी: वर्षा की राजधानी
चेरापूंजी का नाम आते ही मन में बरसात और धुंध की छवि बन जाती है। यह स्थान दुनिया के सबसे अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में से एक है। यहाँ की सबसे बड़ी विशेषता है – लिविंग रूट ब्रिज, जो रबर के पेड़ की जड़ों से वर्षों में बना है। नोहकलिकाई जलप्रपात भारत के सबसे ऊंचे झरनों में से एक है। जब बादल हटते हैं और यह जलप्रपात दिखाई देता है, तो दृश्य किसी सपने जैसा लगता है।
स्थान: पूर्वी खासी हिल्स
मुख्य आकर्षण: नोहकलिकाई फॉल्स, मावस्माई गुफाएं, डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज
मौलिननोंग: एशिया का सबसे स्वच्छ गाँव
मौलिननोंग ने भारत ही नहीं, पूरे एशिया में अपनी स्वच्छता से ख्याति पाई है। यह गाँव अपने आप में प्रेरणा है – यहाँ के लोग अपने परिवेश को साफ रखने के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं। यहाँ घूमते हुए बांस से बने ऊँचे टॉवरों से आप पूरे गाँव और पास की घाटियों का आनंद ले सकते हैं। यह स्थल प्राकृतिक सौंदर्य और सामाजिक चेतना का सुंदर संगम है।
स्थान: भारत-बांग्लादेश सीमा के पास
मुख्य आकर्षण: बांस के टॉवर, स्थानीय संस्कृति, स्वच्छता
डॉकी: क्रिस्टल-क्लियर नदी और बोटिंग का स्वर्ग
डॉकी की पहचान है उमनगोट नदी, जो इतनी साफ है कि नाव पानी में तैरती नहीं, बल्कि हवा में उड़ती हुई प्रतीत होती है। यहाँ की बोट राइड दुनिया भर के पर्यटकों को आकर्षित करती है। शांति और स्वच्छता का अद्भुत अनुभव यहाँ मिलता है। नदी किनारे बैठे हुए, जब आप उस पार बांग्लादेश की सीमाओं को निहारते हैं, तो लगता है मानो समय ठहर गया है।
स्थान: पश्चिम जयंतिया हिल्स
मुख्य आकर्षण: उमनगोट नदी, नाव की सवारी, भारत-बांग्लादेश बॉर्डर
जकरेम हॉट स्प्रिंग्स: प्राकृतिक गर्म जलकुंड का अनुभव
जकरेम हॉट स्प्रिंग्स एक ऐसा स्थल है जो शारीरिक ही नहीं, मानसिक थकान भी दूर करता है। यहाँ का गर्म पानी खनिजों से भरपूर होता है और कई लोग इसे उपचारात्मक मानते हैं। ग्रामीण परिवेश में स्थित यह स्थल अपने आप में एक प्राकृतिक स्पा जैसा है। आप यहाँ कुछ घंटे बिताकर खुद को तरोताजा महसूस कर सकते हैं।
स्थान: पश्चिम खासी हिल्स
मुख्य आकर्षण: गर्म जल स्रोत, प्राकृतिक उपचार, शांत वातावरण
अन्य स्थल
- मावसिनराम: भारत का सबसे अधिक वर्षा वाला स्थान
- लैतलुम कैन्यन: ट्रेकिंग और फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए उपयुक्त
- वार्ड्स लेक: शिलांग का शांत झील क्षेत्र, परिवारों के लिए उपयुक्त स्थल