हरिद्वार के प्रसिद्ध मंदिर: धार्मिक आस्था, पवित्र गंगा घाट और अद्भुत वास्तुकला जो इसे भारत के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक बनाते हैं।
हरिद्वार भारत का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है, जहाँ मनसा देवी मंदिर, चंडी देवी मंदिर, हर की पौड़ी, भारत माता मंदिर और दक्ष महादेव मंदिर प्रमुख आकर्षण हैं। यह शहर गंगा आरती और धार्मिक यात्राओं के लिए प्रसिद्ध है।

हरिद्वार, उत्तराखंड राज्य का प्रमुख तीर्थ स्थल, न केवल भारत बल्कि संपूर्ण विश्व के श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक केंद्र है। गंगा नदी के तट पर बसा यह नगर वेद, पुराण और धार्मिक इतिहास से जुड़ा हुआ है। यहाँ हर मंदिर, हर घाट और हर आरती का अनुभव श्रद्धालुओं को मोक्ष और आत्मिक शांति की ओर ले जाता है।
इस लेख में हम आपको हरिद्वार के प्रमुख धार्मिक स्थलों और मंदिरों की संपूर्ण जानकारी देंगे, जहाँ आस्था, स्थापत्य कला और आध्यात्मिक ऊर्जा का अद्भुत संगम देखने को मिलता है।
1. मनसा देवी मंदिर (Mansa Devi Mandir) – आस्था की देवी
मनसा देवी मंदिर, हरिद्वार की बिल्व पर्वत पर स्थित एक प्रमुख मंदिर है, जो माँ शक्ति के मनोकामना पूर्ण करने वाले रूप को समर्पित है।
मुख्य आकर्षण:
- मंदिर तक पहुँचने के लिए रोपवे (मनसा देवी केबल कार) की सुविधा उपलब्ध है।
- यहाँ स्थापित माँ मनसा की मूर्ति के आगे धागा बांधने की परंपरा है, जिसे मनोकामना पूर्ति का प्रतीक माना जाता है।
- नवरात्रि के दौरान यहाँ विशाल श्रद्धालु समूह दर्शन के लिए पहुँचता है।
स्थान: बिल्व पर्वत, हरिद्वार
2. चंडी देवी मंदिर (Chandi Devi Mandir) – शक्तिरूपा माँ चंडी का धाम
चंडी देवी मंदिर, नील पर्वत पर स्थित है और यह माँ चंडी को समर्पित है, जिन्होंने शुंभ-निशुंभ नामक राक्षसों का संहार किया था।
मुख्य आकर्षण:
- इस मंदिर तक भी रोपवे (चंडी देवी केबल कार) की सुविधा उपलब्ध है।
- यहाँ की चढ़ाई तप और साधना का प्रतीक मानी जाती है।
- मंदिर से नीचे देखने पर हरिद्वार शहर और गंगा का मनमोहक दृश्य दिखाई देता है।
स्थान: नील पर्वत, हरिद्वार
3. हर की पौड़ी (Har Ki Pauri) – गंगा आरती और स्नान का पवित्र स्थल
हर की पौड़ी, हरिद्वार का सबसे पवित्र घाट है, जहाँ प्रतिदिन संध्या समय गंगा आरती का आयोजन होता है।
मुख्य आकर्षण:
- मान्यता है कि यहाँ भगवान विष्णु के चरणों के चिन्ह स्थित हैं।
- गंगा आरती के दौरान हजारों दीपकों की रौशनी से पूरा घाट भक्ति और आस्था के प्रकाश में नहा जाता है।
- यहाँ अस्थि विसर्जन और पिंडदान भी किया जाता है।
स्थान: ब्रह्मकुंड, हरिद्वार
4. भारत माता मंदिर (Bharat Mata Mandir) – राष्ट्र और संस्कृति को समर्पित अनोखा मंदिर
भारत माता मंदिर, एक अद्वितीय मंदिर है जहाँ देवी की जगह भारत माता की पूजा होती है। यह मंदिर राष्ट्रीय एकता, संस्कृति और धर्म का प्रतीक माना जाता है।
मुख्य आकर्षण:
- मंदिर में 8 मंजिलें हैं, जिनमें हर मंजिल अलग-अलग धार्मिक, ऐतिहासिक और राष्ट्रीय महानायकों को समर्पित है।
- यहाँ गायत्री माता, संतों, स्वतंत्रता सेनानियों और देवताओं की प्रतिमाएँ हैं।
- यह मंदिर गौरव, संस्कृति और आस्था का अद्भुत केंद्र है।
स्थान: सप्त ऋषि क्षेत्र, हरिद्वार
5. दक्ष महादेव मंदिर (Daksha Mahadev Mandir) – शिव और सती की कथा से जुड़ा तीर्थ
दक्ष महादेव मंदिर, हरिद्वार के कंकालेश्वर क्षेत्र में स्थित एक प्राचीन शिव मंदिर है, जिसका उल्लेख पुराणों में मिलता है।
मुख्य आकर्षण:
- यह वह स्थान है जहाँ राजा दक्ष ने यज्ञ का आयोजन किया था और माता सती ने यहीं आत्मदाह किया था।
- यहाँ भगवान शिव और माता सती की युगल पूजा होती है।
- श्रावण मास और महाशिवरात्रि के अवसर पर यहाँ विशाल मेला लगता है।
स्थान: कनखल, हरिद्वार
6. मायादेवी मंदिर (Maya Devi Mandir) – हरिद्वार की अधिष्ठात्री देवी का मंदिर
मायादेवी मंदिर, हरिद्वार की प्राचीनतम शक्तिपीठों में से एक है। इसे हरिद्वार का मूल शक्ति स्थल माना जाता है।
मुख्य आकर्षण:
- मान्यता है कि यहाँ माँ सती की नाभि गिरी थी।
- यह मंदिर तीन देवियों – काली, लक्ष्मी और सरस्वती की त्रिमूर्ति को समर्पित है।
- शक्तिपूजा में रुचि रखने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह मंदिर अत्यंत महत्वपूर्ण है।
स्थान: हरिद्वार नगर
7. सप्त ऋषि आश्रम (Saptrishi Ashram) – ऋषियों की तपस्थली
सप्त ऋषि आश्रम, हरिद्वार के बाहर स्थित एक शांतिपूर्ण स्थल है, जहाँ प्राचीन काल में सप्त ऋषियों ने तप किया था।
मुख्य आकर्षण:
- गंगा नदी यहाँ सात धाराओं में विभाजित होती है, जिससे यह स्थान अत्यंत पवित्र माना जाता है।
- आश्रम में साधु-संतों के लिए ध्यान केंद्र, यज्ञशाला और धर्मशाला हैं।
- यह स्थान साधकों और ध्यान करने वालों के लिए उत्तम स्थल है।
स्थान: सप्तसरोवर मार्ग, हरिद्वार
8. बिल्वेश्वर महादेव मंदिर (Bilkeshwar Mahadev Temple) – जंगल के बीच स्थित शिव मंदिर
बिल्वेश्वर महादेव, हरिद्वार का एक शांत और प्राकृतिक वातावरण में स्थित प्राचीन शिव मंदिर है।
मुख्य आकर्षण:
- मंदिर चारों ओर से हरियाली और पहाड़ियों से घिरा हुआ है।
- यहाँ श्रावण मास में जलाभिषेक के लिए शिव भक्तों की भारी भीड़ होती है।
- यह स्थान साधना और भक्ति का एक शांत केंद्र है।
स्थान: रेलवे स्टेशन से कुछ दूरी, हरिद्वार
Fri, 21 Mar 2025 12:50 PM