चित्रकूट में घूमने लायक जगहें: चित्रकूट घूमने का है प्लान तो यहां जाना ना भूलें जाने पर्यटन स्थल और आकर्षण
चित्रकूट, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित, एक धार्मिक और प्राकृतिक सौंदर्य से भरा पर्यटन स्थल है। यह वह जगह है जहां भगवान राम ने अपने वनवास के 11 साल बिताए थे। चित्रकूट न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यहां की प्राकृतिक खूबसूरती और शांत वातावरण इसे एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बनाते हैं। अगर आप चित्रकूट घूमने लायक जगहें देखना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए है। इसमें हम आपको चित्रकूट के प्रमुख पर्यटन स्थलों और आकर्षणों के बारे में विस्तार से बताएंगे।
1. कामदगिरि पर्वत
कामदगिरि पर्वत चित्रकूट का सबसे प्रमुख धार्मिक स्थल है। इस पर्वत का नाम "कामदगिरि" इसलिए पड़ा क्योंकि कहा जाता है कि यहां भगवान राम की पूजा करने से भक्तों की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। पर्वत के चारों ओर परिक्रमा का बहुत महत्व है और इस परिक्रमा मार्ग को "पारिक्रमा मार्ग" कहते हैं। भक्तगण 5 किमी लंबे इस मार्ग पर चलकर पूजा-अर्चना करते हैं। कामदगिरि पर्वत के चारों ओर छोटे-छोटे मंदिर हैं, जो इसे और भी धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण बनाते हैं। अगर आप चित्रकूट में हैं, तो इस पर्वत की परिक्रमा करना आपकी यात्रा का अभिन्न हिस्सा होना चाहिए। यह स्थान चित्रकूट की आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रतीक है।
- मुख्य आकर्षण: पर्वत की परिक्रमा और मंदिर
- धार्मिक महत्व: इसे भगवान राम का निवास स्थान माना जाता है
2. रामघाट
रामघाट चित्रकूट का एक और महत्वपूर्ण स्थान है। यह मंदाकिनी नदी के किनारे स्थित है और इसे भगवान राम और सीता के स्नान करने का स्थान माना जाता है। यहां पर भक्तगण स्नान करके अपने पापों का नाश करने का विश्वास रखते हैं। रामघाट पर हर शाम गंगा आरती होती है, जो यहां का मुख्य आकर्षण है। इस आरती में भाग लेकर भक्तों को असीम शांति और भक्ति की अनुभूति होती है। रामघाट पर नाव की सवारी का भी आनंद लिया जा सकता है, जो चित्रकूट की प्राकृतिक सुंदरता को निहारने का एक बेहतरीन तरीका है। यह जगह धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है और चित्रकूट के प्रमुख आकर्षणों में से एक है।
- मुख्य आकर्षण: आरती और नाव यात्रा
- धार्मिक महत्व: भगवान राम, सीता और लक्ष्मण ने यहां स्नान किया था
3. हनुमान धारा
हनुमान धारा चित्रकूट के पहाड़ों में स्थित एक जलधारा है, जो भगवान हनुमान को समर्पित है। यहां पर स्थित मंदिर में भगवान हनुमान की मूर्ति है और जलधारा के नीचे उनका अभिषेक होता रहता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान राम ने लंका विजय के बाद हनुमान जी को यहां विश्राम करने के लिए भेजा था। इस स्थान पर पहुंचने के लिए करीब 360 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं, लेकिन जब आप शीर्ष पर पहुंचते हैं, तो यहां की शांति और प्राकृतिक सुंदरता अद्वितीय होती है। यह स्थान उन लोगों के लिए विशेष है जो भक्ति और साहसिकता का संगम चाहते हैं। हनुमान धारा चित्रकूट के धार्मिक पर्यटन का एक अहम हिस्सा है।
- मुख्य आकर्षण: पहाड़ी की चढ़ाई और प्राकृतिक सौंदर्य
- धार्मिक महत्व: हनुमान जी ने यहां विश्राम किया था
4. गुप्त गोदावरी
गुप्त गोदावरी चित्रकूट के प्राकृतिक और धार्मिक आकर्षणों में से एक प्रमुख स्थल है। यह एक गुफा है, जिसके भीतर से गोदावरी नदी की एक छोटी धारा बहती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान राम और लक्ष्मण ने अपने वनवास के दौरान इस गुफा में कुछ समय बिताया था। गुफा के अंदर का माहौल अद्वितीय और शांतिपूर्ण है, जो इसे एक अनोखा पर्यटन स्थल बनाता है। गुप्त गोदावरी तक पहुंचने के लिए आपको पहाड़ों से होकर गुजरना पड़ता है, जो साहसिक यात्रियों के लिए खास अनुभव है। चित्रकूट आने वाले पर्यटकों के लिए यह स्थान देखने लायक है और इसे चित्रकूट में घूमने की जगहों में शामिल किया जाता है।
- मुख्य आकर्षण: गुफाओं की यात्रा और पवित्र स्नान
- धार्मिक महत्व: यहां भगवान राम और लक्ष्मण ने कुछ समय बिताया था
5. भरत कूप
भरत कूप एक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है, जो भगवान राम के भाई भरत से जुड़ा हुआ है। यह वह स्थान है जहां भरत ने अयोध्या से लाए गए सभी तीर्थों के जल को एकत्रित किया था। यहां पर स्थित एक कुंड में यह जल संग्रहित है और इसे पवित्र माना जाता है। भरत कूप एक महत्वपूर्ण स्थल है जहां हर साल हजारों भक्त स्नान करने आते हैं। धार्मिक दृष्टि से यह स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण है और इसे चित्रकूट के धार्मिक स्थलों में शामिल किया जाता है। अगर आप चित्रकूट की यात्रा पर हैं, तो भरत कूप को अपनी यात्रा सूची में जरूर शामिल करें।
- मुख्य आकर्षण: मंदिर की वास्तुकला और धार्मिक महत्व
- धार्मिक महत्व: इस स्थान पर भरत और राम का मिलन हुआ था
6. जानकी कुंड
जानकी कुंड मंदाकिनी नदी के किनारे स्थित एक छोटा किन्तु महत्वपूर्ण स्थल है। यह वह स्थान है जहां माता सीता स्नान किया करती थीं, इसलिए इसे जानकी कुंड कहा जाता है। यहां पर आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक नदी के शांत जल में स्नान करते हैं और पवित्रता का अनुभव करते हैं। यह स्थान बहुत ही शांति प्रदान करने वाला है और यहां की प्राकृतिक सुंदरता मन मोह लेती है। अगर आप चित्रकूट में घूमने आए हैं, तो जानकी कुंड की यात्रा करना न भूलें। यह स्थान खासकर उन लोगों के लिए आदर्श है जो प्रकृति और भक्ति का संगम चाहते हैं। चित्रकूट पर्यटन स्थलों में यह स्थान प्रमुख रूप से शामिल है।
- मुख्य आकर्षण: पवित्र जल में स्नान और आसपास का दृश्य
- धार्मिक महत्व: यहाँ देवी सीता स्नान करती थीं
7. स्फटिक शिला
स्फटिक शिला मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित एक ऐतिहासिक स्थल है। यह वह स्थान है जहां भगवान राम और माता सीता अक्सर बैठा करते थे। यहां एक बड़ी पत्थर की शिला है, जिसे स्फटिक शिला कहा जाता है। इस शिला पर भगवान राम और सीता के पदचिह्न देखे जा सकते हैं, जो इसे धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बनाते हैं। यहां का वातावरण शांत और आध्यात्मिक है, जो इसे चित्रकूट आने वाले पर्यटकों के लिए एक आकर्षक स्थल बनाता है। अगर आप चित्रकूट के प्रमुख पर्यटन स्थल देखना चाहते हैं, तो स्फटिक शिला को अपनी यात्रा सूची में जरूर शामिल करें।
8. सती अनुसुइया आश्रम
सती अनुसुइया आश्रम चित्रकूट के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। यह आश्रम सती अनुसुइया को समर्पित है, जो अपने पतिव्रता धर्म के लिए जानी जाती हैं। यहां पर पर्यटक और श्रद्धालु धार्मिक अनुष्ठान करते हैं और आध्यात्मिक शांति की अनुभूति करते हैं। आश्रम के आसपास का प्राकृतिक वातावरण भी मनमोहक है, जहां हरियाली और शांति का संगम देखने को मिलता है। धार्मिक और प्राकृतिक दृष्टि से यह स्थान बेहद खास है और इसे चित्रकूट में घूमने की जगहों में जरूर शामिल करना चाहिए। इस आश्रम की यात्रा आपके चित्रकूट अनुभव को और भी आध्यात्मिक बना देगी।
- मुख्य आकर्षण: आश्रम का शांत वातावरण और मंदिर
- धार्मिक महत्व: यहाँ अनुसुइया ने तपस्या की थी
9. वाल्मीकि आश्रम
वाल्मीकि आश्रम चित्रकूट का एक और महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह वह स्थान है जहां महर्षि वाल्मीकि ने भगवान राम के वनवास का वर्णन किया था। आश्रम के आसपास का वातावरण बेहद शांत और पवित्र है। यहां पर भक्तगण ध्यान करते हैं और आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त करते हैं। अगर आप धार्मिक और आध्यात्मिक यात्रा की तलाश में हैं, तो वाल्मीकि आश्रम आपके लिए एक आदर्श स्थान है। यह आश्रम चित्रकूट के धार्मिक स्थलों में से एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसे देखना आपकी यात्रा का अभिन्न अंग होना चाहिए। आश्रम के आसपास की प्राकृतिक सुंदरता भी इसे खास बनाती है।
10. मतगजेंद्रनाथ मंदिर
मतगजेंद्रनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक प्राचीन मंदिर है, जो चित्रकूट के धार्मिक स्थलों में से एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह मंदिर भगवान शिव के एक रूप की पूजा के लिए प्रसिद्ध है और यहां पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। मंदिर का वास्तुशिल्प भी अत्यंत सुंदर है, जो इसे ऐतिहासिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण बनाता है। अगर आप चित्रकूट में धार्मिक स्थलों की यात्रा करना चाहते हैं, तो इस मंदिर को अपनी सूची में अवश्य शामिल करें। यहां आकर भक्तगण भगवान शिव की पूजा करते हैं और अपने मन की शांति की प्राप्ति करते हैं।
यात्रा के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें
धार्मिक रीति-रिवाज: धार्मिक स्थलों पर उचित व्यवहार और वेशभूषा का ध्यान रखें। मंदिरों और पवित्र स्थलों पर शांति और स्वच्छता बनाए रखें।
सुरक्षा: यात्रा के दौरान अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें। महत्वपूर्ण दस्तावेज और मूल्यवान वस्तुएं सुरक्षित स्थान पर रखें।
स्थानीय संस्कृति: स्थानीय लोगों के साथ सांस्कृतिक आदान-प्रदान में भाग लें और उनकी परंपराओं का सम्मान करें।
Tue, 10 Sep 2024 11:05 AM