विश्व पर्यटन दिवस 2024: 27 सितंबर को ही क्यों चुना गया? और क्या है पर्यटन में इस दिन का महत्त्व जाने एक क्लिक पर ...
पर्यटन का हमारे जीवन में बहुत महत्त्व है। यह न केवल मनोरंजन और ज्ञान का साधन है, बल्कि इससे देश और दुनिया की संस्कृति, इतिहास, और प्रकृति को भी समझने का अवसर मिलता है। हर साल 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य पर्यटन के महत्त्व को समझाना और उसे बढ़ावा देना है। इस लेख में हम जानेंगे कि इस दिन को 27 सितंबर को ही क्यों मनाया जाता है और इसका क्या महत्त्व है।
विश्व पर्यटन दिवस का इतिहास
विश्व पर्यटन दिवस की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (UNWTO) द्वारा की गई थी। 1970 में, 27 सितंबर को UNWTO का संविधान स्वीकृत हुआ था। इसी के उपलक्ष्य में 1980 से हर साल इस दिन को पर्यटन दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य विश्वभर में पर्यटन के महत्त्व को समझाना और इसे प्रोत्साहित करना है। पर्यटन दिवस को मनाने के पीछे यह भी सोच है कि पर्यटन न केवल यात्रा का साधन है, बल्कि यह आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी बहुत महत्त्वपूर्ण है। यह लोगों के बीच आपसी समझ और भाईचारे को बढ़ावा देता है।
पर्यटन का महत्त्व
पर्यटन का महत्त्व अनगिनत है। यह न केवल मनोरंजन और विश्राम का साधन है, बल्कि लोगों को नए अनुभव और ज्ञान प्रदान करता है। पर्यटन से लोग अलग-अलग संस्कृतियों, रीति-रिवाजों, और स्थानों के बारे में सीखते हैं। यह लोगों को अपने देश और दुनिया के इतिहास, प्रकृति, और जीवनशैली को करीब से जानने का अवसर देता है। पर्यटन से आर्थिक लाभ भी होते हैं। पर्यटन उद्योग दुनिया के सबसे बड़े उद्योगों में से एक है और यह कई देशों की अर्थव्यवस्था का आधार है। इसके अलावा, यह रोजगार के नए अवसर पैदा करता है और व्यापार को बढ़ावा देता है।
27 सितंबर को ही क्यों चुना गया?
27 सितंबर को ही पर्यटन दिवस मनाने का कारण यह है कि 1970 में इसी दिन विश्व पर्यटन संगठन (UNWTO) का संविधान स्वीकृत हुआ था। यह दिन संगठन के लिए एक महत्त्वपूर्ण दिन था और इसलिए इसे पर्यटन के महत्त्व को मनाने के लिए चुना गया। इसके अलावा, इस समय में उत्तरी गोलार्ध में पर्यटन का मुख्य मौसम समाप्त हो जाता है और दक्षिणी गोलार्ध में यह शुरू होता है, इसलिए यह समय उपयुक्त माना गया। यह दिन उन चुनौतियों और अवसरों पर ध्यान केंद्रित करता है जो पर्यटन उद्योग के सामने आती हैं। इस दिन पर्यटन के जरिए स्थायी विकास, पर्यावरण संरक्षण और सांस्कृतिक धरोहरों को संरक्षित करने के प्रयासों पर जोर दिया जाता है।
पर्यटन और संस्कृति
पर्यटन और संस्कृति का गहरा संबंध है। जब लोग यात्रा करते हैं, तो वे न केवल नए स्थानों को देखते हैं, बल्कि उस स्थान की संस्कृति, रीति-रिवाज, और जीवनशैली को भी समझते हैं। यह सांस्कृतिक आदान-प्रदान का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। पर्यटन के जरिए विभिन्न संस्कृतियों के बीच आपसी समझ और सम्मान बढ़ता है। यह सामाजिक एकता और भाईचारे को भी बढ़ावा देता है। साथ ही, यह सांस्कृतिक धरोहरों और ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण में भी सहायता करता है।
पर्यटन और आर्थिक विकास
पर्यटन न केवल सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्त्वपूर्ण है, बल्कि यह आर्थिक दृष्टिकोण से भी बहुत फायदेमंद है। कई देशों की अर्थव्यवस्था पर्यटन उद्योग पर निर्भर करती है। पर्यटकों से होने वाली आय न केवल सरकारों को कर के रूप में मिलती है, बल्कि इससे स्थानीय व्यापार भी समृद्ध होता है। पर्यटन से होटल, रेस्तरां, परिवहन, हस्तशिल्प उद्योग, और अन्य सेवाओं को भी बढ़ावा मिलता है। इसके अलावा, यह नए रोजगार के अवसर पैदा करता है, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलता है और उनका जीवन स्तर सुधरता है।
पर्यटन और पर्यावरण
पर्यटन का पर्यावरण पर भी असर होता है। आज के समय में यह जरूरी हो गया है कि पर्यटन को इस तरह से प्रोत्साहित किया जाए कि पर्यावरण को नुकसान न हो। इसे सस्टेनेबल टूरिज्म कहते हैं। इसका उद्देश्य यह है कि पर्यटन के जरिए प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग किया जाए, लेकिन उन्हें नष्ट न किया जाए। पर्यावरण के प्रति जागरूक पर्यटन से न केवल पर्यावरण की रक्षा होती है, बल्कि यह पर्यटकों को भी एक नई दिशा में सोचने के लिए प्रेरित करता है। इसलिए, इस दिन पर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी कदम उठाने पर जोर दिया जाता है।
पर्यटन के प्रकार
पर्यटन के कई प्रकार होते हैं, जैसे कि सांस्कृतिक पर्यटन, धार्मिक पर्यटन, प्राकृतिक पर्यटन, और एडवेंचर पर्यटन। सांस्कृतिक पर्यटन में लोग किसी स्थान की संस्कृति, कला, और इतिहास को जानने के लिए यात्रा करते हैं। धार्मिक पर्यटन में लोग धार्मिक स्थलों की यात्रा करते हैं। प्राकृतिक पर्यटन में लोग प्रकृति के करीब जाने के लिए हरे-भरे जंगलों, पहाड़ों, और समुद्रतटों की यात्रा करते हैं। वहीं, एडवेंचर पर्यटन में लोग रोमांचक गतिविधियों जैसे ट्रेकिंग, स्कूबा डाइविंग, और पर्वतारोहण का आनंद लेते हैं।
कोविड-19 और पर्यटन
कोविड-19 महामारी ने पर्यटन उद्योग पर गहरा असर डाला है। महामारी के कारण कई देशों ने अपने दरवाजे बंद कर दिए थे, जिससे पर्यटन उद्योग को भारी नुकसान हुआ। लेकिन अब जब दुनिया धीरे-धीरे सामान्य हो रही है, तो पर्यटन फिर से अपनी रफ्तार पकड़ रहा है। पर्यटन स्थलों पर कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है। इससे न केवल पर्यटकों को सुरक्षित अनुभव मिलता है, बल्कि पर्यटन उद्योग भी फिर से समृद्ध हो रहा है।
Fri, 27 Sep 2024 11:19 AM