बनारस में घूमने के लिए 5 बेहतरीन स्थान जरूर जाएं यह जगह वरना अधूरी रह जाएगी ट्रिप
वाराणसी, जो बनारस के नाम से भी प्रसिद्ध है, भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश का एक अत्यंत प्राचीन नगर है जिसका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व सदियों से अक्षुण्ण है। यह शहर गंगा नदी के तट पर स्थित है, जो इसे हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए और भी पवित्र बनाती है। वाराणसी की यात्रा न केवल एक धार्मिक अनुभव है, बल्कि यह आपको भारतीय संस्कृति और परंपरा की गहराईयों में ले जाती है।
इस शहर का हर एक कोना इतिहास और मिथकों से भरा पड़ा है। यहां के प्रमुख आकर्षणों में गंगा घाट, जैसे कि दशाश्वमेध घाट, अस्सी घाट, मणिकर्णिका घाट, और हरिश्चंद्र घाट शामिल हैं, जहां आप गंगा आरती और अन्य हिंदू धार्मिक अनुष्ठानों का साक्षी बन सकते हैं। इन घाटों पर शाम की आरती का दृश्य विशेष रूप से मनमोहक होता है, जहां सैकड़ों दीये जलाकर गंगा मां की आराधना की जाती है। यहाँ पांच प्रमुख आकर्षण हैं जो आपकी वाराणसी यात्रा को यादगार बना सकते हैं:
गंगा घाट
वाराणसी के गंगा घाट शहर की आत्मा की तरह हैं। यहाँ के घाट, जैसे कि दशाश्वमेध घाट, अस्सी घाट, मणिकर्णिका घाट, और हरिश्चंद्र घाट, न केवल पवित्र स्नान के लिए प्रसिद्ध हैं बल्कि यहाँ आयोजित होने वाली आरती और अन्य धार्मिक अनुष्ठान भी दर्शकों को आकर्षित करते हैं। गंगा आरती, विशेष रूप से दशाश्वमेध घाट पर होने वाली, एक भव्य और भावपूर्ण अनुभव है जो आपको भक्ति और अध्यात्म की गहराई में ले जाती है।
काशी विश्वनाथ मंदिर
वाराणसी की यात्रा के दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर अवश्य ही देखना चाहिए। यह भगवान शिव को समर्पित एक प्राचीन हिंदू मंदिर है और यह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इस मंदिर की वास्तुकला और इसका आध्यात्मिक महत्व अद्वितीय है। यहाँ की शिवलिंग की पूजा-अर्चना और दर्शन श्रद्धालुओं के लिए एक दिव्य अनुभव होता है।
सारनाथ
सारनाथ, वाराणसी से थोड़ी दूरी पर स्थित, बुद्धिज्म के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थस्थलों में से एक है। यह प्राचीन स्थान, जहां भगवान बुद्ध ने धर्मचक्र प्रवर्तन सूत्र का उपदेश दिया था, आज भी उनके अनुयायियों के लिए आध्यात्मिक आकर्षण का केंद्र है।
सारनाथ की यात्रा करना इतिहास और धर्म के बीच की यात्रा के समान है। धमेख स्तूप, जो इस स्थान का मुख्य आकर्षण है, अपनी भव्यता और वास्तुशिल्प की विशेषताओं के लिए प्रसिद्ध है। इसका निर्माण ईसा के बाद की पहली शताब्दी में हुआ था और यह बुद्ध के पहले उपदेश का प्रतीक है। इसकी उंचाई और गोलाकार संरचना इसे एक अनूठा दर्शनीय स्थल बनाते हैं।
सारनाथ का मूलगंध कुटी विहार भी एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह विहार आधुनिक कला और प्राचीन स्थापत्य कला का अनूठा मिश्रण प्रस्तुत करता है। इसकी दीवारों पर बुद्ध के जीवन से संबंधित चित्रकारी और बौद्ध धर्म से जुड़ी कथाएँ इसे विशेष बनाती हैं।
रामनगर किला और संग्रहालय
रामनगर किला, गंगा नदी के किनारे स्थित है और यह वाराणसी के पारंपरिक और ऐतिहासिक पहलुओं को दर्शाता है। इस किले में एक संग्रहालय भी है जो प्राचीन हथियार, विंटेज कार, रॉयल पलकी, और बहुत कुछ प्रदर्शित करता है।
बनारसी साड़ी और स्थानीय बाजार
वाराणसी की संस्कृति और परंपरा का अनुभव करने के लिए स्थानीय बाजारों की यात्रा करना आवश्यक है। यहाँ के बाजार, जैसे कि चौखंबा, विश्वनाथ गली, और दशाश्वमेध गली, में आपको पारंपरिक बनारसी साड़ियाँ, शिल्प कला, और स्थानीय खानपान का विस्तृत संग्रह मिलेगा। यहाँ की खरीददारी और खानपान का अनुभव आपकी यात्रा को और भी रोमांचक बना देगा।
Fri, 23 Feb 2024 12:20 AM