जैसलमेर में घूमने की सबसे बेहतरीन जगहें: किले, रेगिस्तान, हवेलियां, कैंपिंग और ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों की पूरी जानकारी
जैसलमेर, जिसे गोल्डन सिटी भी कहा जाता है, राजस्थान का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। इस लेख में हम आपको जैसलमेर के प्रसिद्ध स्थानों की जानकारी देंगे, जहां आपको ऐतिहासिक और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्भुत अनुभव मिलेगा।
राजस्थान के हृदय में बसा जैसलमेर, जिसे प्रेम से स्वर्णनगरी कहा जाता है, अपनी पीली बलुआ पत्थरों से बनी वास्तुकला, रेगिस्तानी संस्कृति, और राजसी इतिहास के लिए प्रसिद्ध है। यह शहर भारत के प्रमुख ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों में से एक है, जो सोनार किला, भव्य हवेलियों, रेगिस्तान सफारी, और रात्रिकालीन कैंपिंग जैसे रोमांचक अनुभवों का अद्भुत संगम प्रस्तुत करता है।
यदि आप कभी राजस्थान की मिट्टी की सुगंध, लोकसंगीत की गूंज और इतिहास की गहराई को महसूस करना चाहते हैं, तो जैसलमेर आपका स्वागत करता है अपनी पूरी शाही भव्यता और लोकजीवन के साथ। इस लेख में हम आपको बताएंगे जैसलमेर टूरिस्ट प्लेस, वहाँ के प्रमुख दर्शनीय स्थल, ऐतिहासिक हवेलियाँ, और रेगिस्तान की वो जगहें जो आपकी यात्रा को अविस्मरणीय बना देंगी।
1. सोनार किला: जैसलमेर का गौरव
जैसलमेर किला, जिसे आमतौर पर सोनार किला कहा जाता है, राजस्थान के सबसे सुंदर और जीवंत किलों में से एक है। यह 1156 ई. में राजा रावल जैसल द्वारा बनवाया गया था। इसका निर्माण पीले बलुआ पत्थर से हुआ है, जो सूर्य की किरणों में सुनहरा दिखाई देता है, इसलिए इसे "सोनार किला" कहा गया।
इस किले के भीतर अभी भी सैकड़ों लोग निवास करते हैं। यहाँ मंदिर, हवेलियाँ, दुकानें और रेस्टोरेंट सब कुछ किले के अंदर स्थित हैं। यह भारत का एकमात्र किला है जहाँ आज भी जीवंत बस्ती है। जैसलमेर किला न केवल स्थापत्य का उत्कृष्ट नमूना है बल्कि यहाँ से शहर का दृश्य भी अद्भुत लगता है।
मुख्य आकर्षण:
जैन मंदिरों की श्रृंखला
राजमहल
किले के भीतर की गलियां और बाजार
2. पटवों की हवेली और अन्य ऐतिहासिक हवेलियाँ
जैसलमेर हवेलियां अपने बारीक नक्काशी और शिल्पकला के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं। इनमें से सबसे प्रसिद्ध है पटवों की हवेली, जो पाँच भाइयों द्वारा निर्मित पांच हवेलियों का समूह है। यह हवेली बाहर से जितनी भव्य दिखती है, अंदर से उतनी ही कलात्मक और ऐतिहासिक है।
इसके अलावा नाथमल की हवेली और सलाम सिंह की हवेली भी देखने योग्य हैं, जिनकी बनावट में रजवाड़ों की झलक और मरुस्थली जीवन की कला देखने को मिलती है।
मुख्य आकर्षण:
कांच और चित्रकारी से सजी दीवारें
पुराने समय के दरवाज़े और खिड़कियाँ
ऐतिहासिक वस्तुओं का प्रदर्शन
3. थार रेगिस्तान की रोमांचक यात्रा
जैसलमेर रेगिस्तान, यानि थार की रेत, साहसिक पर्यटन के लिए बहुत ही उपयुक्त स्थान है। यहाँ की रेगिस्तान सफारी और ऊँट की सवारी एक अलग ही अनुभव देती है। सैम और खुरी नामक स्थान रेगिस्तानी सैर के लिए सबसे प्रसिद्ध हैं।
शाम के समय, सूर्यास्त के साथ रेत के टीलों पर ऊँट की सवारी करना और रात को टेंट में राजस्थानी लोकनृत्य और भोजन का आनंद लेना जैसलमेर को विशेष बनाता है।
मुख्य आकर्षण:
ऊँट सफारी
रात्रिकालीन कैंपिंग
लोकगीत और नृत्य कार्यक्रम
4. ऐतिहासिक मंदिर और झीलें
जैसलमेर में कई प्राचीन मंदिर हैं, जिनमें जैन मंदिरों की शृंखला प्रमुख है। ये मंदिर 15वीं शताब्दी में निर्मित हुए थे और इनकी स्थापत्य कला अत्यंत मनोहारी है।
इसके अलावा, गडीसर झील एक कृत्रिम झील है, जो जैसलमेर शहर की जल आपूर्ति के लिए बनाई गई थी। आज यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल बन गई है जहाँ नौका विहार और शांत वातावरण का आनंद लिया जा सकता है।
मुख्य आकर्षण:
चतुर्मुख जैन मंदिर
गडीसर झील की सैर
झील के किनारे छतरियाँ और मंदिर
5. जैसलमेर में खरीदारी और लोकसंस्कृति
जैसलमेर पर्यटन केवल देखने-घूमने तक सीमित नहीं है, बल्कि यहाँ की लोकसंस्कृति, हस्तशिल्प, कपड़े, और गहनों की खरीदारी का भी अलग ही मज़ा है। यहाँ की गलियों में घूमते हुए आपको रंग-बिरंगे बंधेज की साड़ियाँ, कढ़ाईदार चप्पलें, पारंपरिक गहने, और ऊन से बने शॉल मिलेंगे।
जैसलमेर के दर्शनीय स्थल के साथ-साथ यहाँ की लोककला भी उतनी ही दर्शनीय है। शहर भर में फैले हस्तशिल्प केंद्र और स्थानीय बाजार पर्यटकों के लिए बहुत आकर्षक हैं।
मुख्य आकर्षण:
सदर बाजार
बंजारा बाजार
लोक कलाकारों के कार्यक्रम
Sat, 22 Mar 2025 08:38 AM