सूरत में घूमने की टॉप जगहें - गुजरात का उद्योगिक और सांस्कृतिक नगर, देखिये घूमने लायक 10 जगहें, पर्यटन स्थल और प्रमुख आकर्षण
भारत की "हीरों की नगरी" के रूप में अक्सर संदर्भित सूरत, गुजरात राज्य में एक गुंजने वाला बड़ा शहर है। अपने समृद्ध इतिहास, जीवंत संस्कृति, और आर्थिक महत्व के लिए जाना जाता है, सूरत उद्योग और आनंद के यात्रियों के लिए एक प्रमुख स्थान के रूप में सामने आया है। चाहे आप इतिहास प्रेमी हों, खाना पसंद करने वाले हों, या व्यवस्था और आधुनिकता के मिश्रण की कद्र करने वाले हों, सूरत में हर किसी के लिए कुछ न कुछ है। यहां हम सूरत में घूमने के विविध स्थानों में उतरेंगे, और एक न भूलने योग्य यात्रा के लिए एक मार्ग-निर्देश प्रदान करते हैं।
सूरत किला: सूरत किले के साथ अपनी ऐतिहासिक यात्रा की शुरुआत करें, जो शहर के अतीत को गूंजता है। मुहम्मद बिन तुग़लक द्वारा 16वीं सदी में बनाई गई यह किला मुग़ल और मराठा काल को देखा है। जटिल वास्तुकला और प्रभावशाली संरचना इसे इतिहास प्रेमियों के लिए अनिवार्य बनाती है।
चिंतामणि जैन मंदिर: आध्यात्मिक आश्रय, चिंतामणि जैन मंदिर शहर के धार्मिक विविधता का प्रमाण है। 17वीं सदी में तारीख पर, मंदिर का शानदार वास्तुकला और जटिल नक्काशियाँ परम्परा के किस्से सुनाती हैं। शहर की हलचल से इस्तिराहत प्रदान करने के लिए यह शांतिपूर्ण वातावरण एक उत्कृष्ट विकल्प है।
सांस्कृतिक चमत्कार: सरदार पटेल संग्रहालय: सरदार पटेल संग्रहालय में सूरत की सांस्कृतिक धरोहर में विश्राम करें। संग्रहालय में प्राचीन हस्तलिखित, सिक्के, और कपड़े जैसी विभिन्न वस्तुओं का विविध संग्रह प्रदर्शित किया जाता है। इस इलाके के विकास को समझने के लिए यह एक उत्कृष्ट स्थान है।
साइंस सेंटर (Science Centre): सूरत का साइंस सेंटर विज्ञान और प्रौद्योगिकी में रुचि रखने वाले लोगों के लिए एक उत्कृष्ट स्थल है। इस केंद्र में इंटरएक्टिव प्रदर्शनियाँ और विज्ञान से संबंधित कई रोचक गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं, जो बच्चों और बड़ों दोनों को आकर्षित करती हैं। साइंस सेंटर में विभिन्न विज्ञान के क्षेत्रों जैसे अंतरिक्ष विज्ञान, भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। यहां के तीन-डी थिएटर में वैज्ञानिक फिल्में दिखाई जाती हैं, जो एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करती हैं। साइंस सेंटर का उद्देश्य केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि विज्ञान के प्रति जागरूकता फैलाना और शिक्षा देना भी है। यह केंद्र खासकर छात्रों के लिए बहुत प्रेरणादायक है, क्योंकि यहां वे विज्ञान को प्रयोगों और प्रदर्शनियों के माध्यम से समझ सकते हैं। यह एक परिवार के साथ समय बिताने के लिए आदर्श स्थल है।
छाब चाल चौराहे का घंटाघर (Gopi Talav): गोपी तलाव सूरत का एक ऐतिहासिक स्थल है, जो अपने शांत और सुकून भरे वातावरण के लिए जाना जाता है। यह प्राचीन तालाब 16वीं शताब्दी में बनाया गया था और इसे शहर के प्राचीन जल स्रोतों में से एक माना जाता है। यहां का शांत वातावरण और हरे-भरे बगीचे इसे पर्यटकों के लिए एक आदर्श स्थल बनाते हैं। गोपी तलाव का नाम उस पौराणिक कथा से जुड़ा हुआ है जिसमें भगवान कृष्ण ने गोपियों के साथ तालाब में रासलीला की थी। यहां आने वाले पर्यटक इस पवित्र स्थान की महिमा और सुंदरता को महसूस कर सकते हैं। इसके आस-पास के क्षेत्र को हाल ही में पुनर्निर्मित किया गया है, जिसमें आधुनिक सुविधाएं और मनोरंजन के साधन जोड़े गए हैं। यहां का वातावरण परिवारों और दोस्तों के साथ समय बिताने के लिए उत्तम है, जहां आप प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकते हैं।
डच गार्डन (Dutch Garden): सूरत में स्थित डच गार्डन एक ऐतिहासिक और खूबसूरत बाग है, जो डच काल के प्रभाव को दर्शाता है। यह गार्डन उन डच अधिकारियों की याद में बनाया गया था जो व्यापार और प्रशासनिक कार्यों के लिए सूरत में बसे थे। यहां की स्थापत्य कला और समृद्ध हरियाली इसे एक बेहतरीन पर्यटक स्थल बनाती है। गार्डन के भीतर स्थित मकबरों और प्राचीन संरचनाओं के माध्यम से डच काल की झलक देखने को मिलती है। इस गार्डन में चलने वाले रास्ते और फूलों की क्यारियाँ एक शांति और सुकून का अनुभव प्रदान करती हैं। यह स्थान इतिहास प्रेमियों के लिए विशेष रुचि का केंद्र है, वहीं स्थानीय लोग इसे एक पिकनिक स्थल के रूप में पसंद करते हैं। डच गार्डन में समय बिताना इतिहास और प्रकृति के संगम का अनुभव करने जैसा है।
इस्कॉन मंदिर: इस्कॉन मंदिर में आध्यात्मिक चिंतन का कुछ समय बिताएं। भगवान कृष्ण को समर्पित, मंदिर केवल ध्यान आदि का स्थान ही नहीं है, बल्कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक गतिविधियों के लिए भी एक केंद्र है। विविधता की वातावरण और भक्तिमय वातावरण इसे शांतिपूर्ण आत्मनिवास बनाते हैं।
सूरत कैसल (Surat Castle): सूरत कैसल, जिसे सूरत का किला भी कहा जाता है, 16वीं शताब्दी में मुगल सम्राटों द्वारा शहर की सुरक्षा के लिए बनाया गया था। यह किला ताप्ती नदी के किनारे स्थित है और सूरत के प्राचीन इतिहास का साक्षी है। इस किले का निर्माण 1540 में सुल्तान महमूद शाह III के शासनकाल में शुरू हुआ था, और इसका उद्देश्य सूरत को पुर्तगाली आक्रमणों से बचाना था। किले की स्थापत्य कला और मजबूत संरचना इसे ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बनाती है। आज यह किला सूरत के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों में से एक है, जहां इतिहास प्रेमी और पर्यटक इस ऐतिहासिक धरोहर का आनंद लेने आते हैं। किले के भीतर पुराने समय के हथियार, चित्र और संरचनाएं भी देखी जा सकती हैं, जो सूरत के ऐतिहासिक महत्व को दर्शाती हैं। यहां से ताप्ती नदी का दृश्य भी बहुत खूबसूरत दिखाई देता है।
सूरत टेक्सटाइल बाजार: सूरत को भारत का टेक्सटाइल हब के रूप में प्रसिद्ध किया जाता है, और सूरत टेक्सटाइल बाजार का दौरा फैशन प्रेमियों के लिए अनिवार्य है। पारंपरिक साड़ियों से लेकर समकालीन पोशाक सामग्री तक विभिन्न कपड़ों का अन्वेषण करें, और शहर की टेक्सटाइल उद्योग को परिभाषित करने वाली शिल्पकला का साक्षात्कार करें।
डूमास बीच: सूरत से लगभग 21 किलोमीटर की दूरी पर स्थित दुमस बीच एक अद्वितीय समुद्र तट है। इसे रहस्यमय समुद्र तट के रूप में जाना जाता है क्योंकि यहां की रेत काली है, जो इसे अन्य समुद्र तटों से अलग बनाती है। इस तट का मुख्य आकर्षण यहां का सनसेट है, जो पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है। दुमस बीच पर काली रेत के अलावा यहां के शांत वातावरण और ठंडी हवाओं का आनंद लेना अद्भुत अनुभव है। यह जगह केवल अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए नहीं, बल्कि अपनी रहस्यमय कहानियों के लिए भी प्रसिद्ध है, जिससे कई पर्यटक यहां बार-बार आना पसंद करते हैं। यह बीच स्थानीय लोगों के लिए भी एक लोकप्रिय पिकनिक स्थल है। यहां आप स्थानीय स्ट्रीट फूड जैसे पाव भाजी और भेलपुरी का स्वाद भी ले सकते हैं।
सरथाणा नेचर पार्क (Sarthana Nature Park and Zoo): सूरत में स्थित सरथाणा नेचर पार्क और जू एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, खासतौर पर उन लोगों के लिए जो वन्य जीवों और प्रकृति के करीब रहना पसंद करते हैं। यह जू सूरत का सबसे बड़ा और गुजरात के प्रमुख जूलॉजिकल पार्कों में से एक है। यहां पर कई प्रकार के वन्य जीव जैसे शेर, बाघ, हिरण और विभिन्न पक्षियों की प्रजातियाँ देखी जा सकती हैं। इसके अलावा, यहां के हरियाली भरे वातावरण में लोग शांति और ताजगी महसूस कर सकते हैं। सरथाणा नेचर पार्क बच्चों और परिवारों के बीच काफी लोकप्रिय है, जहां वे वन्य जीवों के बारे में जानने और उन्हें नजदीक से देखने का अवसर प्राप्त करते हैं। पार्क में वॉकिंग ट्रेल्स और बैठने की जगहें भी हैं, जहां आप समय बिता सकते हैं। यह जगह वन्य जीवन और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थान है।
तुंगेश्वर महादेव मंदिर (Tungnath Mahadev Temple): ताप्ती नदी के किनारे स्थित तुंगेश्वर महादेव मंदिर सूरत का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और शिव भक्तों के बीच एक प्रमुख आकर्षण है। तुंगेश्वर महादेव मंदिर की शांति और आध्यात्मिक वातावरण यहां आने वाले भक्तों को शांति और सुकून प्रदान करता है। मंदिर के आस-पास का क्षेत्र भी प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है, जहां आप ताप्ती नदी का सुंदर दृश्य देख सकते हैं। यह स्थान महाशिवरात्रि और श्रावण मास के दौरान विशेष रूप से भक्तों से भरा होता है, जब यहां विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। मंदिर में आने वाले भक्तों को यहां की शांतिपूर्ण और सुसंस्कृत धारा में ध्यान करने का अवसर मिलता है। यह धार्मिक स्थल सूरत में आध्यात्मिक अनुभव के लिए एक आदर्श स्थान है, जहां भगवान शिव की भक्ति का अनुभव किया जा सकता है।
आम्बाजी मंदिर (Ambaji Temple): आम्बाजी मंदिर सूरत का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है, जो देवी अम्बा को समर्पित है। यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसकी स्थापत्य कला भी अद्वितीय है। मंदिर में हर साल हजारों भक्त आते हैं, विशेषकर नवरात्रि के दौरान, जब यहां विशेष पूजा और उत्सव मनाए जाते हैं। यहां का शांत और पवित्र वातावरण भक्तों को आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है। मंदिर के अंदर का माहौल शांति और भक्ति से भरा हुआ है, जहां भक्त देवी अम्बा की पूजा करते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। मंदिर की दीवारों पर नक्काशी और सुंदर सजावट इसे एक स्थापत्य चमत्कार बनाते हैं। आम्बाजी मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं भी उपलब्ध हैं, जैसे प्रसाद और भजन-कीर्तन। यह धार्मिक स्थल सूरत में आने वाले पर्यटकों के लिए एक महत्वपूर्ण गंतव्य है।
जगदीशचंद्र बोस एक्वेरियम: सूरत में स्थित जगदीशचंद्र बोस एक्वेरियम गुजरात का सबसे बड़ा एक्वेरियम है, जहां पर्यटकों को समुद्री जीवों की विविधता देखने का मौका मिलता है। यह एक्वेरियम बच्चों और परिवारों के बीच खासा लोकप्रिय है, क्योंकि यहां विभिन्न प्रकार की मछलियां और अन्य समुद्री जीवों को देखने का अद्भुत अवसर मिलता है। एक्वेरियम में इंटरएक्टिव डिस्प्ले भी हैं, जो समुद्री जीवन के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं। यहां शार्क, रे मछलियां, और रंग-बिरंगी मछलियों की कई प्रजातियां देखी जा सकती हैं। यह एक्वेरियम न केवल मनोरंजन का स्थान है, बल्कि यह शिक्षा का भी केंद्र है, जहां बच्चों को समुद्री जीवन के बारे में सिखाया जाता है। जगदीशचंद्र बोस एक्वेरियम पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण है और यह सूरत के सबसे बेहतरीन स्थानों में से एक है। यहां आकर आप अद्भुत समुद्री दुनिया का आनंद ले सकते हैं।
लोचो: सूरत का स्थानीय स्वादिष्ट व्यंजन, लोचो का स्वाद बिना चखे छूटा नहीं। मसालेदार और स्वादिष्ट रसों का एक अनोखा मिश्रण, यह भाप में बनी डिश स्थानीय लोगों के बीच लोकप्रिय है। सूरती रसोई की असली जान का अनुभव करने के लिए शहर के किसी भी प्रसिद्ध खाने की जगह जाएं।
Mon, 09 Sep 2024 12:16 AM