Gujarat Trip Plan: 3-4 दिनों की छुट्टियो में घूमें गुजरात के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल आज ही बनाये अपना ट्रिप प्लान ...
ट्रिप प्लान की शुरुआत: वडोदरा से
दिन 1:
वडोदरा की यात्रा की शुरुआत करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप सुबह-सुबह शहर की हलचल में डूब जाएँ। यहाँ पहुँचने के बाद, सबसे पहले आप वडोदरा म्यूजियम और पिक्चर गैलरी का दौरा करें, जहाँ आपको ऐतिहासिक कलाकृतियाँ और स्थानीय सांस्कृतिक धरोहर देखने को मिलेंगी। इसके बाद, लक्ष्मी विलास पैलेस का भ्रमण करें, जो अपनी भव्यता और शानदार वास्तुकला के लिए जाना जाता है। पैलेस के विस्तृत बगीचे और शानदार इंटीरियर आपको शाही जीवन का अनुभव कराएंगे। इसके बाद आप सुरसागर झील की ओर रुख करें, जहाँ आप झील की शांतिपूर्ण वातावरण का आनंद ले सकते हैं। शाम के समय, आप स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की ओर जा सकते हैं, जो वडोदरा से लगभग 2 घंटे की दूरी पर है। यह दुनिया की सबसे ऊँची मूर्ति है और यहाँ का लाइट एंड साउंड शो बेहद आकर्षक होता है। इस दिन का समापन स्थानीय गुजराती भोजन का स्वाद लेकर करें।
- प्रमुख आकर्षण:
- लक्ष्मी विलास पैलेस: यह महल अपनी खूबसूरत वास्तुकला और भव्यता के लिए जाना जाता है।
- वडोदरा म्यूजियम और पिक्चर गैलरी: यहाँ आप कला और इतिहास का अनोखा मिश्रण देख सकते हैं।
- सुरसागर झील: शहर के बीचों-बीच स्थित इस झील में आप नाव की सवारी कर सकते हैं।
- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी: वडोदरा से लगभग 2 घंटे की दूरी पर स्थित यह स्टैच्यू सरदार वल्लभभाई पटेल की स्मृति में बना है और विश्व की सबसे ऊँची मूर्ति है।
यात्रा के बाद, वडोदरा से आप अहमदाबाद के लिए निकल सकते हैं, जो लगभग 111 किमी दूर है।
अहमदाबाद और गांधी नगर की सैर
दिन 2:
दूसरे दिन, आप वडोदरा से अहमदाबाद की ओर प्रस्थान करें, जो लगभग 111 किमी की दूरी पर स्थित है। यहाँ पहुँचने के बाद, सबसे पहले साबरमती आश्रम जाएँ, जो महात्मा गांधी के जीवन और संघर्ष की झलक पेश करता है। इस आश्रम में गांधी जी के कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और वस्त्र प्रदर्शित किए गए हैं। इसके बाद साइंस सिटी का दौरा करें, जहाँ विज्ञान और तकनीक के अद्भुत पहलुओं को देखा जा सकता है। इस विज्ञान संग्रहालय में इंटरएक्टिव प्रदर्शनी, आईमैक्स थिएटर और रोबोटिक्स के अद्वितीय प्रदर्शन होते हैं। दोपहर में, भद्रा किले की ओर रुख करें, जो अहमदाबाद की समृद्ध इतिहास की गवाही देता है। शाम को, गांधी नगर के अक्षरधाम मंदिर में जाएँ। इस मंदिर की भव्यता और शांत वातावरण आपको अध्यात्मिक अनुभव प्रदान करेगा। यहाँ के लाइट एंड साउंड शो का आनंद लें, जो इस दिन को यादगार बना देगा।
- प्रमुख आकर्षण:
- साबरमती आश्रम: महात्मा गांधी का ऐतिहासिक निवास, जो स्वतंत्रता संग्राम की कई घटनाओं का साक्षी रहा है।
- साइंस सिटी: विज्ञान और प्रौद्योगिकी का अद्भुत संग्रहालय, जहाँ आप विज्ञान के कई पहलुओं को समझ सकते हैं।
- भद्रा किला: यह किला अहमदाबाद की ऐतिहासिक धरोहर का प्रतीक है।
- अक्षरधाम मंदिर: गांधीनगर में स्थित इस मंदिर की भव्यता देखते ही बनती है। यहाँ का लाइट एंड साउंड शो भी आकर्षण का केंद्र है।
अहमदाबाद की सैर के बाद, आप राजकोट के लिए निकल सकते हैं, जो लगभग 4 घंटे की दूरी पर है।
राजकोट से द्वारका और सोमनाथ की यात्रा
दिन 3:
तीसरे दिन की शुरुआत राजकोट के प्रमुख पर्यटन स्थलों के भ्रमण से करें। राजकोट में सबसे पहले खंभालिदा गुफाओं की यात्रा करें, जो प्राचीन भारतीय संस्कृति और बौद्ध कला का अद्भुत नमूना हैं। इसके बाद, काबा गांधी नो डेलो जाएँ, जो महात्मा गांधी का बचपन का निवास स्थान है और यहाँ गांधीजी के जीवन से जुड़ी कई महत्वपूर्ण वस्तुएँ देखी जा सकती हैं। इसके बाद, प्रद्युम्न जूलॉजिकल पार्क का भ्रमण करें, जहाँ आप विभिन्न प्रकार के वन्यजीवों का आनंद ले सकते हैं। राजकोट की यात्रा समाप्त करने के बाद, द्वारका की ओर प्रस्थान करें, जो लगभग 225 किमी की दूरी पर है। द्वारका पहुँचकर सबसे पहले द्वारकाधीश मंदिर के दर्शन करें। इस मंदिर का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व है, जो भगवान कृष्ण को समर्पित है। इसके बाद, नागेश्वर ज्योतिर्लिंग और रुक्मणी मंदिर का दर्शन कर सकते हैं। शाम को द्वारका बीच की सैर करें, जहाँ समुद्र की लहरों का आनंद लिया जा सकता है।
- प्रमुख आकर्षण:
- खंभालिदा गुफाएं: ये गुफाएं प्राचीन भारतीय कला और संस्कृति का प्रतीक हैं।
- काबा गांधी नो डेलो: महात्मा गांधी का बचपन का निवास स्थान।
- प्रद्युम्न जूलॉजिकल पार्क: यहाँ आप वन्य जीवों को देख सकते हैं।
राजकोट से द्वारका की ओर बढ़ें, जो लगभग 225 किमी दूर है।
- द्वारका में प्रमुख आकर्षण:
- द्वारकाधीश मंदिर: यह भगवान कृष्ण को समर्पित मंदिर है, जहाँ हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।
- नागेश्वर ज्योतिर्लिंग: द्वारका के पास स्थित यह ज्योतिर्लिंग धार्मिक महत्व का स्थल है।
- द्वारका बीच और रुक्मणी मंदिर भी यहाँ के मुख्य आकर्षण हैं।
दिन 4:
चौथे दिन, द्वारका से सोमनाथ की ओर प्रस्थान करें, जो लगभग 235 किमी की दूरी पर स्थित है। सोमनाथ पहुँचने के बाद, सबसे पहले सोमनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर के दर्शन करें। यह मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। यहाँ आप सुबह की आरती और विशेष पूजा में भाग ले सकते हैं। इसके बाद, सूरज मंदिर का दौरा करें, जो प्राचीन भारतीय वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है। इसके बाद, पंच पांडव गुफा और लक्ष्मी नारायण मंदिर का भ्रमण करें। यहाँ से आप त्रिवेणी संगम की ओर जाएँ, जहाँ तीन नदियों - हिरण, कपिला और सरस्वती का संगम होता है। शाम के समय, त्रिवेणी घाट पर होने वाली गंगा आरती में शामिल होकर दिन का समापन करें। यह अनुभव आपको आध्यात्मिक शांति और सुकून प्रदान करेगा, जो आपकी गुजरात यात्रा को एक सुखद अंत देगा।
- सोमनाथ में प्रमुख आकर्षण:
- सोमनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर: यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।
- सूरज मंदिर: यह मंदिर प्राचीन भारतीय वास्तुकला का अद्भुत नमूना है।
- पंच पांडव गुफा और लक्ष्मी नारायण मंदिर भी यहाँ के दर्शनीय स्थल हैं।
- त्रिवेणी घाट की आरती में शामिल होकर अपनी यात्रा को धार्मिक अनुभव से संपन्न कर सकते हैं।
गुजरात ट्रिप का खर्च
गुजरात में यात्रा के लिए आप अपनी सुविधा और बजट के अनुसार विभिन्न साधनों का चयन कर सकते हैं।
- ट्रेन यात्रा: भारतीय रेलवे (IRCTC) समय-समय पर गुजरात यात्रा के लिए टूर पैकेज ऑफर करता है।
- टूर पैकेज: आईआरसीटीसी के गुजरात टूर पैकेज की कीमत प्रति व्यक्ति 15,440 रुपये से शुरू होती है, जिसमें वडोदरा और अहमदाबाद के प्रमुख पर्यटन स्थलों की सैर कराई जाती है।
- बस या टैक्सी सेवा: यात्रा के दौरान आप बस या निजी टैक्सी बुक कर सकते हैं, जो आपके सफर को आरामदायक बनाएगा।