दिल्ली हेरिटेज वॉक फेस्टिवल का शुभारंभ: लें दिल्ली ऐतिहासिक स्थलों की सैर का अनुभव ... आइए जानते हैं, कब से शुरू हो रहा है ये महोत्सव और क्या होगी इस बार की इसकी खासियत
दिल्ली हेरिटेज वॉक फेस्टिवल का शुभारंभ हो चुका है, जिससे इतिहास और धरोहर प्रेमियों को दिल्ली के ऐतिहासिक स्थलों को करीब से देखने का सुनहरा मौका मिल रहा है। यह फेस्टिवल पर्यटकों को दिल्ली की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर से रूबरू कराता है, जिसमें कुतुब मीनार, हुमायूं का मकबरा, लाल किला, और चांदनी चौक जैसी कई ऐतिहासिक जगहें शामिल हैं। इस उत्सव के माध्यम से दिल्ली के इतिहास की गहराईयों में जाने का अवसर मिलेगा।

दिल्ली, जो भारत की राजधानी है, केवल राजनीतिक केंद्र नहीं, बल्कि एक समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों का महत्वपूर्ण केंद्र भी है। इस शहर की गलियों में छिपी सदियों पुरानी धरोहरें आज भी अपने अतीत की कहानियों को जीवंत बनाकर रखती हैं। दिल्ली हेरिटेज वॉक फेस्टिवल 2024 की शुरुआत गुरुवार को दिल्ली के पर्यटन मंत्री सौरभ भारद्वाज ने म्यूटिनी मेमोरियल, कमला नेहरू रिज, सिविल लाइंस से की। इस फेस्टिवल के जरिए अगले तीन महीने तक दिल्ली की सैकड़ों साल पुरानी धरोहरों का इतिहास लोगों के सामने पेश किया जाएगा। दिल्ली पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम 10 अक्टूबर से शुरू होकर 31 दिसंबर तक चलेगा, जिसमें 100 से अधिक ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कराया जाएगा। इन्हीं धरोहरों को सहेजने और आम जनता के करीब लाने के उद्देश्य से दिल्ली में हेरिटेज वॉक फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है। यह महोत्सव दिल्ली के ऐतिहासिक स्थलों को दिखाने के साथ-साथ उनकी सुरक्षा और महत्व को समझाने का प्रयास है, जिससे लोगों में दिल्ली की धरोहरों के प्रति जागरूकता बढ़े।
हेरिटेज वॉक फेस्टिवल की शुरुआत
दिल्ली हेरिटेज वॉक फेस्टिवल की शुरुआत इस साल म्यूटिनी मेमोरियल से हुई, जिसे 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अंग्रेजों ने अपने मृत सैनिकों की स्मृति में बनवाया था। यह स्थल अंग्रेजों और भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों के बीच हुए संघर्ष का गवाह है और इसका ऐतिहासिक महत्व बहुत बड़ा है। यह फेस्टिवल सिर्फ धरोहर स्थलों की सैर नहीं, बल्कि उन अनमोल कहानियों और घटनाओं को जानने का भी अवसर प्रदान करता है, जिन्होंने दिल्ली को वह स्वरूप दिया जो आज हम देखते हैं।
80 दिनों में 100 ऐतिहासिक स्थलों का दौरा
यह महोत्सव कुल 80 दिनों तक चलेगा, जिसके दौरान प्रतिभागियों को 100 से अधिक ऐतिहासिक स्थलों का दौरा कराया जाएगा। हर दिन अलग-अलग थीम के आधार पर ये यात्राएं आयोजित की जाएंगी, जिससे लोग दिल्ली की सैकड़ों साल पुरानी विरासतों के बारे में जान सकें। महोत्सव का लक्ष्य दिल्ली को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करना है, ताकि यहां की ऐतिहासिक स्थलों को न केवल भारत में, बल्कि विदेशों में भी पहचान मिल सके।
दिल्ली की अनमोल धरोहरों का अन्वेषण
दिल्ली में कई ऐसी धरोहरें हैं जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। म्यूटिनी मेमोरियल जैसी ऐतिहासिक इमारतें उन धरोहरों का हिस्सा हैं जिन्हें आज की पीढ़ी धीरे-धीरे भूलती जा रही है। दिल्ली पर्यटन विभाग के इस आयोजन का उद्देश्य इन छिपी हुई धरोहरों को सामने लाना है, ताकि लोग उनका महत्व समझें और उन्हें संरक्षित करने के लिए प्रेरित हों।
महोत्सव में भागीदारी और शुल्क
इस महोत्सव में भाग लेने के लिए आपको दिल्ली पर्यटन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण कराना होगा। प्रत्येक वॉक के लिए 1000 रुपये का शुल्क निर्धारित किया गया है, जिसमें एक प्रशिक्षित टूर गाइड और एक विशेष किट शामिल होती है। इस किट में वॉक के दौरान आवश्यक वस्तुएं जैसे टॉर्च, टोपी, पानी की बोतल, फल और अन्य सामग्री होती हैं। वॉक मुख्य रूप से सप्ताहांत पर आयोजित की जाएंगी, ताकि अधिक से अधिक लोग इसमें भाग ले सकें और इसका आनंद उठा सकें।
महोत्सव का उद्देश्य
इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य दिल्ली के ऐतिहासिक स्थलों को संरक्षित करना और जनता के बीच उनकी महत्ता को समझाना है। यह महोत्सव एक ऐसा मंच प्रदान करता है, जहां लोग अपने इतिहास से गहराई से जुड़ सकते हैं। दिल्ली की धरोहरें न केवल शहर की पहचान हैं, बल्कि हमारे राष्ट्रीय गौरव का हिस्सा भी हैं। इस आयोजन के जरिए लोगों में ऐतिहासिक धरोहरों की सुरक्षा और संवर्धन के प्रति जागरूकता पैदा की जाती है।
थीम-आधारित विरासत यात्राएं
महोत्सव के दौरान कई तरह की थीम पर आधारित यात्राएं आयोजित की जाती हैं। इनमें स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े स्थलों की यात्रा, दिल्ली के पुराने बाजारों की सैर, मुगलकालीन स्थापत्य के दर्शन और शाहजहानाबाद जैसे ऐतिहासिक स्थानों का भ्रमण शामिल है। प्रत्येक वॉक अपने आप में अनूठी है और प्रतिभागियों को विभिन्न ऐतिहासिक परिदृश्यों से रूबरू कराती है, जिससे वे दिल्ली के इतिहास को और भी गहराई से समझ पाते हैं।
अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर में वॉक का आयोजन
इस फेस्टिवल के तहत अक्टूबर में 23, नवंबर में 40 और दिसंबर में 37 वॉक का आयोजन होगा। वॉक मुख्य रूप से सप्ताहांत पर आयोजित की जाएंगी, ताकि लोग अपने कार्यों के बाद भी इसमें भाग ले सकें और दिल्ली की धरोहरों का आनंद ले सकें। यह आयोजन प्रतिभागियों को दिल्ली के गौरवशाली अतीत से जोड़ने और उसके महत्व को समझने का एक अद्भुत अवसर प्रदान करता है।
दिल्ली हेरिटेज वॉक फेस्टिवल 2024: धरोहर से जुड़ने का अवसर
यह फेस्टिवल दिल्लीवासियों और पर्यटकों के लिए एक अनूठा मंच प्रदान करता है, जहां वे दिल्ली के समृद्ध अतीत और धरोहर से जुड़ सकते हैं। दिल्ली पर्यटन विभाग की इस पहल का उद्देश्य न केवल शहर की धरोहरों का संरक्षण है, बल्कि इसे एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में भी स्थापित करना है।
टिकट बुकिंग लिंक : delhitourism.gov.in/ebooking
Sat, 12 Oct 2024 03:22 PM